लोग उससे आकर्षित हों तथा उसके वश वर्ती हों आज भी इसकी प्राप्ति संभव है साधक स्नान करके, आसन शुद्धि की क्रिया सम्पन्न करके, शुद्ध आसन पर बैठ जाएँ। माथे पर अपनी पसंद के अनुसार भस्म, चंदन अथवा रोली लगा लें, शिखा बाँध लें, फिर पूर्वाभिमुख होकर तत्त्व शुद्धि के https://hanumanshabharmantra01505.designi1.com/53583057/everything-about-shabar-mantra